CNG Price Hike: आज सुबह महानगर गैस लिमिटेड (MGL) ने मुंबई में सीएनजी की कीमतों में इजाफा करने का एलान किया. अब सीएनजी की नई कीमत 77 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है. यह बढ़ोतरी आज से लागू हो गई है और इसका असर सीधे तौर पर वाहन चालकों और आम जनता पर पड़ेगा. जबकि देश के अन्य शहरों में सीएनजी के दाम स्थिर बने हुए हैं, मुंबई के नागरिकों को इस महंगाई का सामना करना पड़ेगा.
मुंबई के गाड़ी चालकों पर आर्थिक दबाव बढ़ा
सीएनजी की कीमतों में हुई इस बढ़ोतरी का सबसे अधिक असर टैक्सी और ऑटो रिक्शा चालकों पर पड़ा है. मुंबई में सीएनजी को मुख्य ईंधन के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह पेट्रोल और डीजल की तुलना में सस्ता और पर्यावरण के लिए बेहतर ऑप्शन माना जाता है. लेकिन कीमतें बढ़ने से टैक्सी, ऑटो रिक्शा और अन्य सीएनजी आधारित वाहनों के चालकों की कमाई पर नकारात्मक असर पड़ सकता है. इसके साथ ही यात्रियों को भी किराए में बढ़ोतरी का सामना करना पड़ सकता है.
अन्य शहरों में सीएनजी की मौजूदा कीमतें
हालांकि मुंबई में सीएनजी की कीमतों में इजाफा हुआ है, लेकिन अन्य शहरों में फिलहाल दाम स्थिर बने हुए हैं.
- दिल्ली: 75.09 रुपये प्रति किलोग्राम
- चेन्नई: 90.50 रुपये प्रति किलोग्राम
- बेंगलुरु: 84.85 रुपये प्रति किलोग्राम
- चंडीगढ़: 90.50 रुपये प्रति किलोग्राम
- हैदराबाद: 92.00 रुपये प्रति किलोग्राम
- जयपुर: 90.41 रुपये प्रति किलोग्राम
- पटना: 84.54 रुपये प्रति किलोग्राम
यह तुलना बताती है कि देश के अन्य शहरों की तुलना में मुंबई में सीएनजी की कीमतें अब भी नियंत्रण में हैं.
सीएनजी की कीमत क्यों बढ़ रही है?
सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी का मुख्य कारण प्राकृतिक गैस की वैश्विक कीमतों में बढ़ोतरी है. रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण आपूर्ति बाधित हुई है, जिससे प्राकृतिक गैस की लागत बढ़ी है. इसके अलावा घरेलू बाजार में भी डिमांड बढ़ने से दामों में उछाल देखा जा रहा है. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में अगर स्थिति नहीं सुधरी तो सीएनजी की कीमतें और बढ़ सकती हैं.
वाहन चालकों और यात्रियों पर बढ़ेगा आर्थिक दबाव
सीएनजी के दाम बढ़ने का सीधा असर टैक्सी और ऑटो रिक्शा चालकों पर पड़ेगा. बढ़े हुए ईंधन खर्च के कारण किराए में बढ़ोतरी संभव है, जिससे रोजाना सफर करने वाले यात्रियों की जेब पर एक्स्ट्रा भार पड़ेगा. इससे आम जनता को न केवल यात्रा महंगी लगेगी, बल्कि घरेलू बजट पर भी असर पड़ सकता है.
सीएनजी क्यों है पर्यावरण के लिए बेहतर?
सीएनजी को पेट्रोल और डीजल की तुलना में एक स्वच्छ और पर्यावरण-अनुकूल ईंधन माना जाता है. यह कार्बन डाइऑक्साइड और अन्य हानिकारक गैसों का उत्सर्जन कम करता है. लेकिन लगातार बढ़ती कीमतें इसे आम आदमी की पहुंच से दूर कर सकती हैं, जिससे लोग फिर से पेट्रोल और डीजल की ओर रुख कर सकते हैं.
महानगर गैस लिमिटेड की अपील
महानगर गैस लिमिटेड (MGL) ने बढ़ी हुई कीमतों पर सफाई देते हुए कहा है कि यह निर्णय वैश्विक बाजार की स्थिति और बढ़ती लागत के कारण लिया गया है. कंपनी ने जनता से अपील की है कि वे संयम बनाए रखें और सीएनजी के उपयोग को बढ़ावा देते रहें.
क्या सरकार करेगी हस्तक्षेप?
बढ़ती कीमतों को देखते हुए यह सवाल उठता है कि क्या सरकार इस महंगाई पर नियंत्रण के लिए कोई कदम उठाएगी. विशेषज्ञों का मानना है कि सब्सिडी और टैक्स में कटौती जैसे कदम सीएनजी की कीमतों को स्थिर कर सकते हैं.