School Closed: तमिलनाडु और पुडुचेरी के डेल्टा जिलों में भारी से अत्यधिक बारिश के पूर्वानुमान के चलते मंगलवार को शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया. मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, और पुडुचेरी के कराईकल के जिला कलेक्टरों ने इन क्षेत्रों में स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित कर दिया है. क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें 20.4 सेमी से अधिक भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है.
मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
सोमवार को बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर के ऊपर बने कम दबाव वाले क्षेत्र के दबाव में बदलने के बाद इन क्षेत्रों में मौसम और खराब हो गया है. यह दबाव क्षेत्र श्रीलंका के त्रिंकोमाली से 530 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व और नागपट्टिनम से 810 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में केंद्रित है. अगले 24 घंटों में इसके गहरे दबाव क्षेत्र में बदलने की संभावना है.
बुधवार के लिए भी कुड्डालोर, मयिलादुथुराई और कराईकल जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है.
कहां होगी भारी बारिश?
आरएमसी ने अगले दो दिनों तक भारी बारिश की संभावना जताई है.
जिलों में स्थिति:
- रेड अलर्ट:
मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, तिरुवरुर और कराईकल. - ऑरेंज अलर्ट:
विल्लुपुरम, कुड्डालोर, अरियालुर, तंजावुर, पुदुक्कोट्टई शिवगंगा और पुदुचेरी. - येलो अलर्ट:
रामनाथपुरम, तिरुचिरापल्ली (तिरुची), पेरम्बलुर, कल्लाकुरिची और चेंगलपट्टू.
भारी वर्षा की संभावना
- रेड अलर्ट: 20.4 सेमी से अधिक.
- ऑरेंज अलर्ट: 11.56 सेमी से 20.44 सेमी.
- येलो अलर्ट: 6.45 सेमी से 11.5 सेमी.
मछुआरों के लिए चेतावनी जारी
आरएमसी ने मछुआरों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए 28 नवंबर तक गहरे समुद्र में मछली पकड़ने से बचने की सलाह दी है. बंगाल की खाड़ी और हिंद महासागर में दबाव के कारण समुद्र की स्थिति बेहद खतरनाक बनी हुई है. मछुआरों को तटीय इलाकों में रुकने और समुद्र में न जाने का आग्रह किया गया है.
जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ा
लगातार बारिश के कारण तमिलनाडु के जलाशयों में पानी का स्तर बढ़ गया है.
वर्तमान जलस्तर:
- राज्य के 90 जलाशय 60% से अधिक भरे हुए हैं. इन जलाशयों में कुल 143.804 टीएमसीएफटी पानी है, जो उनकी कुल क्षमता 224.297 टीएमसीएफटी का 64.11% है.
प्रमुख जलाशयों की स्थिति:
- मेट्टूर जलाशय:
62,140 एमसीएफटी पानी (पिछले वर्ष की तुलना में 384% की वृद्धि). - भवानी सागर जलाशय:
21,141 टीएमसीएफटी पानी (पिछले वर्ष की तुलना में 210% की वृद्धि).
पिछले वर्ष की तुलना में भारी बारिश
इस वर्ष की बारिश ने 2023 के मुकाबले जलाशयों के स्तर में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है. 2023 में जलाशयों का स्तर केवल 79.514 टीएमसीएफटी था, जो इस वर्ष 143.804 टीएमसीएफटी तक पहुंच गया है. मेट्टूर और भवानी सागर जलाशयों ने रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की है.