School Closed: राजस्थान के एनसीआर से सटे तिजारा और खैरथल में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों की 23 नवंबर तक छुट्टी कर दी गई है. जिला कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यह कदम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के तहत उठाया गया है. बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है. हालांकि शिक्षकों को स्कूल आना होगा और छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लास की सुविधा दी गई है.
खतरनाक स्तर पर पहुंचा वायु प्रदूषण
सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में रिट पिटीशन में एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए निर्देश दिया था कि एहतियाती कदम उठाए जाएं. तिजारा और खैरथल में हवा की गुणवत्ता का स्तर (एक्यूआई) 450 के करीब पहुंचने से पहले ही यह कदम उठाया गया.
एडीएम शिवपाल जाट का बयान
तिजारा और खैरथल के एडीएम शिवपाल जाट ने कहा कि एक्यूआई के बढ़ते स्तर को देखते हुए बच्चों की सेहत को प्राथमिकता दी गई है. यह छुट्टी केवल छात्रों के लिए है, जबकि शिक्षकों को स्कूल आना अनिवार्य होगा.
बीकानेर सबसे प्रदूषित शहर
राजस्थान के आज के एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) में बीकानेर सबसे प्रदूषित शहर के रूप में दर्ज किया गया है. बीकानेर में एक्यूआई का स्तर 306 तक पहुंच गया है, जो “खतरनाक” श्रेणी में आता है.
अन्य शहरों का हाल
- जयपुर: एक्यूआई 218
- कोटा: एक्यूआई 218
- जोधपुर: एक्यूआई 228
इन शहरों में भी हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई है, जो स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रही है.
स्वास्थ्य पर बढ़ते प्रदूषण का असर
प्रदूषण के कारण प्रदेश में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में वृद्धि हुई है. खासकर अस्थमा और श्वसन तंत्र से जुड़ी बीमारियों के मरीजों की संख्या में तेजी देखी जा रही है. अस्पतालों में सांस फूलने, गले में जलन और खांसी के मरीजों की संख्या बढ़ गई है.
बच्चों और बुजुर्गों पर ज्यादा असर
प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है. कमजोर इम्यूनिटी के कारण इन वर्गों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
सड़कों पर धुंध और कोहरा
प्रदूषण के चलते राजस्थान के कई जिलों में विजिबिलिटी पर भी असर पड़ रहा है. सुबह और शाम के समय धुंध और कोहरा बढ़ने से सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है.
ट्रैफिक और परिवहन पर प्रभाव
धुंध के कारण सड़कों पर वाहन चालकों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. लो विजिबिलिटी के चलते ट्रैफिक की गति धीमी हो रही है, जिससे लोग समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं.
स्कूलों में छुट्टी लेकिन ऑनलाइन क्लास जारी
हालांकि कक्षा 1 से 5 तक के छात्रों की छुट्टी कर दी गई है, लेकिन उनकी शिक्षा प्रभावित न हो, इसके लिए ऑनलाइन क्लासेस का ऑप्शन उपलब्ध कराया गया है.
शिक्षकों की भूमिका
शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वे स्कूल में आकर ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करें और छात्रों को जरूरी शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराएं.