इन शहरों में CNG की कीमतों में हुई बढ़ोतरी, अब प्रति किलोग्राम देने पड़ेंगे एक्स्ट्रा रूपए CNG Price Hiked

इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड (IGL) ने दिल्ली से बाहर के कई क्षेत्रों में कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) की कीमतों में 1.5 रुपये से 4 रुपये प्रति किलोग्राम तक की बढ़ोतरी की है. इस बढ़ोतरी का असर IGL के संचालन वाले करीब 30 फीसदी क्षेत्रों पर पड़ेगा. हालांकि दिल्ली में सीएनजी की कीमतें फिलहाल स्थिर हैं, क्योंकि कंपनी की कुल खपत का 70 फीसदी हिस्सा दिल्ली से आता है.

कहां कितनी हुई बढ़ोतरी?

IGL ने अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग दरों से कीमतें बढ़ाई हैं.

  1. कानपुर, हमीरपुर, और फतेहपुर:
  • कीमत में 4 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी.

2. नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव, करनाल और कैथल:

    • कीमत में 2 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी.

    3. मुजफ्फरनगर, मेरठ, शामली, महोबा, बांदा और चित्रकूट:

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      • कीमत में 3 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी.

      4. अजमेर, पाली और राजसमंद:

        • कीमत में 1.5 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी.

        दिल्ली में कीमतें स्थिर

        दिल्ली जो IGL का सबसे बड़ा बाजार है, वहां कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है.

        • सीएनजी की कीमतें दिल्ली में स्थिर रहने से यहां के उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी.
        • हालांकि दिल्ली से बाहर रहने वाले लोगों को इस बढ़ोतरी का सामना करना पड़ेगा.

        मुंबई में पहले ही बढ़ चुकी हैं कीमतें

        मुंबई में महानगर गैस लिमिटेड (MGL) ने सीएनजी की कीमतें पहले ही बढ़ा दी हैं.

        • यहां सीएनजी के दाम 75 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़ाकर 77 रुपये प्रति किलोग्राम कर दिए गए हैं.
        • सस्ती इनपुट गैस की आपूर्ति में कमी के चलते यह बढ़ोतरी की गई है.

        आम लोगों पर बढ़ा वित्तीय दबाव

        सीएनजी की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी आम लोगों के बजट पर असर डाल रही है.

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        • परिवहन लागत में बढ़ोतरी के चलते रोजमर्रा की वस्तुओं के दाम बढ़ने की आशंका है.
        • ऑटो, टैक्सी और निजी वाहनों के मालिकों को अतिरिक्त खर्च का सामना करना पड़ सकता है.

        गैस आवंटन में कटौती का प्रभाव

        पिछले दिनों सरकार ने शहरी गैस कंपनियों के एडमिनिस्टर्ड प्राइस मैकेनिज्म (APM) गैस आवंटन में 20 फीसदी की कटौती की थी.

        • कुल उपलब्धता:
        • अब इन कंपनियों को 40-45% गैस आवंटित की जा रही है, जो पिछले महीने 65-70% थी.
        • लागत में बढ़ोतरी:
        • रॉ मैटेरियल की लागत बढ़ने से कंपनियों को सीएनजी की कीमतों में और बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है.
        • 10% तक बढ़ोतरी की संभावना:
        • विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले महीनों में कीमतें और बढ़ सकती हैं.

        सीएनजी की बढ़ती कीमतों के पीछे के कारण

        1. सस्ती गैस की कमी:
        • अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ने से कंपनियों को महंगी दरों पर गैस खरीदनी पड़ रही है.

        2. गैस आवंटन में कमी:

          • सरकार द्वारा गैस आवंटन में कटौती ने कंपनियों की लागत बढ़ा दी है.

          3. ऑपरेशन लागत:

            • परिवहन और डिस्ट्रीब्यूशन लागत में बढ़ोतरी भी सीएनजी की कीमतों को प्रभावित कर रही है.

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