Gold Silver Price : मजबूत वैश्विक संकेतों और घरेलू बाजार में बढ़ती मांग के चलते राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने की कीमतें नए शिखर पर पहुंच गई हैं। शुक्रवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 1,100 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 84,900 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। यह लगातार तीसरे सत्र में आई तेजी का परिणाम है।
जनवरी से अब तक 5,510 रुपये की बढ़ोतरी
अगर जनवरी 2025 से तुलना की जाए तो सोने की कीमतों में अब तक 5,510 रुपये (7 प्रतिशत) की बढ़ोतरी हो चुकी है। साल की शुरुआत में सोने की कीमत 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो अब 84,900 रुपये तक पहुंच गई है। इसी तरह 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने में भी 1,100 रुपये की बढ़ोतरी हुई है और यह 84,500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया।
चांदी की कीमतों में भी उछाल
सोने की तरह ही चांदी की कीमतें भी बढ़ रही हैं। शुक्रवार को चांदी के दाम में 850 रुपये की तेजी दर्ज की गई और यह 95,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। जबकि गुरुवार को चांदी 94,150 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। लगातार हो रही इस बढ़ोतरी के पीछे निवेशकों का बढ़ता रुझान और घरेलू मांग को मुख्य कारण माना जा रहा है।
कीमती धातुओं की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ जिंस विश्लेषक सौमिल गांधी के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें 2,800 डॉलर प्रति औंस का स्तर पार कर चुकी हैं। इसका सीधा असर भारतीय बाजार पर पड़ा है, जिससे दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 84,000 रुपये के पार चला गया। वैश्विक अनिश्चितता और महंगाई के चलते निवेशक अब कीमती धातुओं में ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी नई ऊंचाई पर सोना
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी सोने की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है। अप्रैल डिलिवरी के लिए कॉमेक्स में सोना 2,842.40 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर रहा, लेकिन दिन के कारोबारी सत्र के दौरान इसने 2,859.45 डॉलर प्रति औंस का नया हाइयस्ट लेवल को छू लिया। विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक निवेशकों का भरोसा अब सोने पर अधिक हो गया है, जिससे इसकी कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है।
क्या बजट 2025-26 से कीमतों पर असर पड़ेगा?
मिराए एसेट शेयरखान के एसोसिएट उपाध्यक्ष बुनियादी मुद्रा एवं जिंस विशेषज्ञ प्रवीण सिंह के अनुसार निवेशकों की नजरें अब 2025-26 के केंद्रीय बजट पर टिकी हुई हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए जाने वाले बजट में अगर सोने पर किसी प्रकार का कर राहत या आयात शुल्क में कटौती होती है, तो इसके दामों में बदलाव देखने को मिल सकता है। फिलहाल, निवेशकों को इंतजार करने की सलाह दी जा रही है।
आगे क्या होगा? – बाजार विशेषज्ञों की राय
बाजार विश्लेषकों का मानना है कि अगर वैश्विक अर्थव्यवस्था में अस्थिरता बनी रही और महंगाई दर में बढ़ोतरी हुई, तो सोने की कीमतें और ऊंचाई छू सकती हैं। इसके अलावा डॉलर की मजबूती और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की नीतियों का भी सोने के बाजार पर असर पड़ेगा।
संभावित भविष्यवाणी:
- अगर वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रहता है, तो सोना 85,500 से 86,500 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।
- अगर डॉलर कमजोर पड़ता है और महंगाई बढ़ती है, तो यह 90,000 रुपये तक भी जा सकता है।
- अगर बजट में सोने पर टैक्स घटाया जाता है, तो कीमतों में थोड़ी गिरावट आ सकती है।
क्या यह सही समय है सोना खरीदने का?
अगर आप निवेश के उद्देश्य से सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो बाजार की मौजूदा स्थिति को समझना जरूरी है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि छोटे निवेशक थोड़ी मात्रा में सोना खरीद सकते हैं, लेकिन लंबी अवधि के निवेश के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना सही रहेगा।