पुराने बिजली मीटर से सच में कम आएगा बिल ? सच्चाई आपको हैरान करके रख देगी Old Electricity Meter

Old Electricity Meter Use: उत्तर प्रदेश के संभल जिले के समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्र रहमान बर्क पर बिजली चोरी का आरोप लगा है। उनके घर का बिजली बिल जीरो आने के बाद बिजली विभाग ने जांच की और पाया कि उनके पुराने बिजली मीटर में छेड़छाड़ की गई थी। यह मामला सामने आते ही सवाल उठने लगे कि क्या पुराने बिजली मीटर से बिजली का बिल कम आता है और क्या इनका इस्तेमाल सही है।

क्या पुराने बिजली मीटर से बिजली बिल कम आता है?

पुराने बिजली मीटर आमतौर पर एनालॉग तकनीक पर आधारित होते हैं। ये मीटर मैकेनिकल गियर और डिस्क की मदद से बिजली की खपत को मापते हैं। लगातार उपयोग के कारण इनकी सटीकता (accuracy) कम हो जाती है। इसके चलते ये खपत को कम या गलत माप सकते हैं, जिससे बिजली बिल अपेक्षाकृत कम आ सकता है।

  1. पुराने मीटर में तकनीकी खामियां
    – लंबे समय तक इस्तेमाल के बाद ये मीटर बिजली की सही खपत नहीं दिखा पाते।
    – बिजली की ज्यादा खपत होने पर भी मीटर कम रीडिंग दिखा सकता है।
  2. मीटर में छेड़छाड़ की संभावना
    – पुराने मीटर को टेंपर (tamper) करना आसान होता है।
    – इसमें तकनीकी छेड़छाड़ करके रीडिंग को प्रभावित किया जा सकता है।

क्या पुराने मीटर का इस्तेमाल करना सही है?

पुराने मीटर का इस्तेमाल उस स्थिति में सही है जहां स्मार्ट मीटर की सुविधा उपलब्ध नहीं है। लेकिन यदि आपके क्षेत्र में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, तो पुराने मीटर का उपयोग करना बिजली विभाग की गाइडलाइंस का उल्लंघन माना जा सकता है।

  1. पुराने मीटर का उपयोग कब सही है?
    – जहां बिजली विभाग ने अभी तक स्मार्ट मीटर नहीं लगाए हैं।
    – यदि मीटर बिजली विभाग द्वारा स्वीकृत है और उसमें कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है।
  2. स्मार्ट मीटर का महत्व
    – स्मार्ट मीटर बिजली की खपत को अधिक सटीकता से मापते हैं।
    – छेड़छाड़ की संभावना को समाप्त करते हैं।
    उपयोगकर्ता को खपत की बेहतर जानकारी और प्रबंधन का विकल्प देते हैं।

पुराने मीटर की जगह स्मार्ट मीटर क्यों लगवाएं?

स्मार्ट मीटर नई तकनीक पर आधारित होते हैं और बिजली की खपत को सटीकता से मापते हैं। इनका उपयोग पारदर्शिता और बिजली चोरी को रोकने के लिए किया जा रहा है।

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  1. स्मार्ट मीटर के फायदे
    – रियल-टाइम डेटा प्रदान करते हैं।
    – बिजली की खपत और बिल की सटीकता सुनिश्चित करते हैं।
    – बिजली विभाग को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से मॉनिटरिंग और मैनेजमेंट में मदद करते हैं।
  2. पुराने मीटर की खामियां
    – कम सटीकता के कारण बिलिंग में त्रुटियां।
    – छेड़छाड़ की संभावना।
    – अधिक बिजली खपत होने के बावजूद कम रीडिंग दिखाना।

क्या करें यदि आपके पास अभी भी पुराना मीटर है?

यदि आपके क्षेत्र में पुराने बिजली मीटर का उपयोग हो रहा है और बिजली विभाग ने नया मीटर नहीं लगाया है, तो आप स्वयं इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।

  1. आवेदन कैसे करें?
    – नजदीकी बिजली कार्यालय में संपर्क करें।
    – ऑनलाइन आवेदन की सुविधा का लाभ उठाएं।
    – अपने पुराने मीटर की जांच कराएं और नए मीटर की मांग करें।
  2. क्या होता है यदि पुराना मीटर खराब है?
    – खराब मीटर को बदलने के लिए बिजली विभाग में शिकायत दर्ज करें।
    – बिजली चोरी या छेड़छाड़ के आरोपों से बचने के लिए मीटर को समय पर अपडेट करवाएं।

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