जनाब, अब आपकी सरकारी पेन्शन बंद होने वाली है? विभाग ने अचानक जारी की नई एडवाइजरी Pension Scheme

Pension Scheme: नई पेंशन स्कीम (NPS) लागू होने के बाद पेंशनधारकों के लिए एक नई समस्या सामने आई है. आजकल पेंशनर्स और फैमिली पेंशन पाने वालों को फेक कॉल्स और डिजिटल ठगी का सामना करना पड़ रहा है. कॉल करने वाले पेंशनर्स से उनकी खाते की निजी जानकारी जैसे पीपीओ नंबर, जन्मतिथि और बैंक अकाउंट डिटेल्स मांगते हैं. अगर आप भी ऐसे कॉल्स का सामना कर रहे हैं, तो सतर्क हो जाइए, क्योंकि यह ठगी का नया तरीका है.

फेक कॉल्स कैसे करते हैं काम?

फेक कॉल्स करने वाले खुद को सेंट्रल पेंशन अकाउंटिंग ऑफिस (CPAO) का अधिकारी बताकर पेंशनर्स को कॉल करते हैं. ये ठग व्हाट्सएप, ईमेल या एसएमएस के जरिए फर्जी फॉर्म भेजते हैं और उसे भरने का दबाव बनाते हैं. इसके साथ ही वे धमकी देते हैं कि यदि फॉर्म नहीं भरा गया तो अगले महीने से पेंशन बंद हो जाएगी. यह ठगी का एक सोचा-समझा तरीका है, जिसमें भोले-भाले पेंशनर्स को निशाना बनाया जाता है.

सेंट्रल पेंशन अकाउंटिंग ऑफिस ने जारी की एडवाइजरी

जब इस तरह की शिकायतें बढ़ने लगीं, तो सेंट्रल पेंशन अकाउंटिंग ऑफिस (CPAO) ने एक एडवाइजरी जारी की. उन्होंने साफ किया कि वे पेंशनर्स को कभी भी कॉल नहीं करते और न ही उनसे निजी जानकारी मांगते हैं. CPAO ने यह भी कहा कि पेंशनर्स को ऐसे किसी भी कॉल, ईमेल या व्हाट्सएप मैसेज का जवाब नहीं देना चाहिए.

फेक कॉल्स में मांगी जाती हैं ये जानकारियां

फेक कॉल्स करने वाले पेंशनर्स से निम्नलिखित जानकारी मांगते हैं:

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  1. पीपीओ नंबर (Pension Payment Order Number): यह पेंशन से जुड़ी एक महत्वपूर्ण जानकारी है.
  2. जन्मतिथि (Date of Birth): पेंशनर्स की व्यक्तिगत पहचान के लिए मांगी जाती है.
  3. बैंक अकाउंट डिटेल्स: बैंक खाते की जानकारी लेकर ठग पेंशनर्स की जमा राशि निकाल सकते हैं.

ठगी से बचने के लिए क्या करें?

1. किसी को निजी जानकारी न दें

CPAO या किसी अन्य सरकारी संस्था के नाम पर आने वाले कॉल्स पर भरोसा न करें. किसी को भी अपना पीपीओ नंबर, जन्मतिथि या बैंक खाते की जानकारी न दें.

2. फेक कॉल्स को पहचानें

अगर कोई कॉलर आपसे फॉर्म भरने के लिए कहता है या पेंशन बंद करने की धमकी देता है, तो समझ जाएं कि यह ठगी का मामला है.

3. ऑफिशियल वेबसाइट पर जानकारी चेक करें

पेंशन से जुड़ी कोई भी जानकारी के लिए CPAO की आधिकारिक वेबसाइट www.cpao.nic.in पर जाएं.

4. अपने बैंक को तुरंत सूचित करें

यदि आपने गलती से अपनी बैंक डिटेल्स किसी के साथ शेयर कर दी है, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें और खाते को सुरक्षित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं.

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5. साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करें

यदि आप ठगी का शिकार हो जाते हैं, तो साइबर क्राइम पोर्टल www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें.

पेंशनर्स के लिए CPAO की सलाह

सेंट्रल पेंशन अकाउंटिंग ऑफिस (CPAO) ने पेंशनर्स को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि:

  • अपने पीपीओ नंबर और बैंक डिटेल्स गुप्त रखें.
  • व्हाट्सएप, ईमेल या एसएमएस के जरिए फॉर्म भरने से बचें.
  • CPAO या वित्त मंत्रालय की ओर से इस तरह की कोई कॉल नहीं की जाती है.

डिजिटल ठगी के बढ़ते मामले

डिजिटल युग में ठगी के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है. खासकर पेंशनर्स जैसे वृद्ध लोगों को आसानी से निशाना बनाया जाता है. फेक कॉल्स और फर्जी दस्तावेज के जरिए ठग आपकी मेहनत की कमाई को पलभर में गायब कर सकते हैं.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

विशेषज्ञों का मानना है कि फेक कॉल्स से बचने के लिए डिजिटल साक्षरता बेहद जरूरी है. पेंशनर्स को पेंशन से जुड़े किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज पर तुरंत परिवार के सदस्यों या अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए.

पेंशनर्स की सुरक्षा

सरकार ने डिजिटल ठगी से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं. साइबर क्राइम सेल को अधिक सशक्त बनाया गया है, ताकि फेक कॉल्स और धोखाधड़ी के मामलों को तेजी से सुलझाया जा सके.

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