Pension Update: पेंशन पाने वाले लोगों के लिए एक जरूरी खबर है. अगस्त माह में सरकार ने नई पेंशन स्कीम (UPS) लागू की थी. इसके बाद से ही साइबर ठगों ने इसे एक नया हथियार बना लिया है. फेक कॉल्स और धोखाधड़ी के जरिए पेंशनर्स और फैमिली पेंशन पाने वालों को निशाना बनाया जा रहा है. इन कॉल्स में पेंशन बंद करने की धमकी दी जा रही है और निजी जानकारी मांगी जा रही है. अगर आपके पास भी ऐसी कोई कॉल आती है, तो तुरंत सतर्क हो जाएं.
कैसे हो रही है ठगी?
आजकल पेंशनर्स और फैमिली पेंशन पाने वालों को फर्जी कॉल्स आ रही हैं. कॉल करने वाले खुद को सेंट्रल पेंशन अकाउंटिंग ऑफिस (CPAO) का अधिकारी बताकर बात कर रहे हैं. ये ठग पीपीओ नंबर (Pension Payment Order Number), जन्मतिथि (Date of Birth) और बैंक अकाउंट डिटेल्स मांगते हैं.
कॉलर्स की रणनीति:
- पेंशन बंद करने की धमकी: ठग कहते हैं कि यदि आप जानकारी नहीं देंगे तो 1 दिसंबर से आपकी पेंशन रोक दी जाएगी.
- फॉर्म भरने का दबाव: व्हॉट्सएप, ईमेल या एसएमएस के जरिए फर्जी फॉर्म भेजकर उसे भरने को कहा जाता है.
- निजी जानकारी प्राप्त करना: पेंशनर्स से उनकी गोपनीय जानकारी लेकर बैंक खातों को खाली करने का प्रयास.
सेंट्रल पेंशन अकाउंटिंग ऑफिस की चेतावनी
जैसे ही इस तरह की कॉल्स की संख्या बढ़ी, सेंट्रल पेंशन अकाउंटिंग ऑफिस (CPAO) ने सितंबर में एक एडवाइजरी जारी की. इसमें बताया गया कि पेंशनर्स को सतर्क रहने की जरूरत है.
एडवाइजरी के मुख्य बिंदु:
- CPAO कभी भी पेंशनर्स से फोन कॉल, ईमेल या व्हॉट्सएप के जरिए जानकारी नहीं मांगता है.
- किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपनी PPO नंबर, जन्मतिथि और बैंक डिटेल्स शेयर न करें.
- यदि कोई फॉर्म भरने का दबाव डाले या धमकी दे, तो इसे नजरअंदाज करें.
पेंशनर्स को क्यों बनाया जा रहा है निशाना?
पेंशनर्स को ठगों के लिए आसान निशाना माना जाता है.
- आर्थिक निर्भरता: पेंशनर्स की आय का मुख्य स्रोत उनकी पेंशन होती है.
- डिजिटल जानकारी की कमी: अधिकांश पेंशनर्स साइबर ठगी से बचने के उपायों से अनजान होते हैं.
- भावनात्मक दबाव: पेंशन बंद होने की धमकी देकर ठग भावनात्मक रूप से उन्हें फंसाने की कोशिश करते हैं.
सतर्क रहने की सलाह
CPAO और सरकार की तरफ से सभी पेंशनर्स और उनके परिवारों को सतर्क रहने की अपील की गई है.
क्या करें?
- किसी भी अज्ञात व्यक्ति को अपनी PPO नंबर, जन्मतिथि या बैंक डिटेल्स साझा न करें.
- अगर कोई फॉर्म भरने के लिए कहे तो सीधे CPAO या संबंधित विभाग से संपर्क करें.
- अपने बैंक अकाउंट पर नजर रखें और किसी भी अनजान लेन-देन को तुरंत रिपोर्ट करें.
- सरकारी घोषणाओं के लिए केवल आधिकारिक वेबसाइट और सरकारी नंबरों पर ही भरोसा करें.
क्या न करें?
- किसी फेक कॉल या ईमेल के दबाव में आकर जल्दबाजी में जानकारी साझा न करें.
- अनजान लिंक पर क्लिक न करें और संदिग्ध फॉर्म को डाउनलोड न करें.
साइबर ठगी से बचने के उपाय
साइबर ठगी से बचने के लिए कुछ आसान लेकिन प्रभावी उपाय अपनाएं:
- OTP शेयर न करें: बैंकिंग संबंधित OTP किसी को भी साझा न करें.
- सुरक्षित पासवर्ड: अपने बैंक अकाउंट के लिए मजबूत पासवर्ड रखें और समय-समय पर इसे बदलते रहें.
- साइबर सुरक्षा ऐप: अपने मोबाइल और कंप्यूटर पर साइबर सुरक्षा के लिए एंटीवायरस इंस्टॉल करें.
- शिकायत करें: किसी भी ठगी की कोशिश पर तुरंत साइबर क्राइम सेल में शिकायत दर्ज करें.
ठगी की घटनाओं पर सरकार का रुख
सरकार और संबंधित विभागों ने पेंशनर्स को सुरक्षित रखने के लिए कई कदम उठाए हैं.
- पेंशन की जानकारी: सरकारी पोर्टल्स पर ही अपडेट की जाती है.
- हेल्पलाइन नंबर: किसी भी संदिग्ध कॉल की सूचना देने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं.
- पेंशनर्स अवेयरनेस प्रोग्राम: पेंशनर्स को जागरूक करने के लिए समय-समय पर अभियान चलाए जा रहे हैं.