School Closed: हरियाणा में बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों की जिंदगी मुश्किल हो गई है. जहरीली हवा में सांस लेना भी अब मुश्किल हो रहा है. वायु प्रदूषण के गंभीर स्तर को देखते हुए सोनीपत के जिला प्रशासन ने जिले के सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है. डीसी डॉ. मनोज कुमार ने 12वीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को बंद करने के आदेश दिए हैं.
सभी जिलों में डीसी को सौंपी गई जिम्मेदारी
हरियाणा के शिक्षा निदेशक ने सभी जिलों के डीसी को वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के आधार पर स्कूल बंद करने का निर्णय लेने का अधिकार दिया है. करनाल के डीसी उत्तम सिंह ने भी जिले में 5वीं कक्षा तक के सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है.
गंभीर वायु गुणवत्ता के चलते फैसला
सोमवार को वायु गुणवत्ता का आकलन करने पर यह पाया गया कि प्रदूषण गंभीर (सीवियर) श्रेणी में पहुंच गया है. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया. पहले केवल 5वीं कक्षा तक के स्कूल बंद किए गए थे, लेकिन बढ़ते प्रदूषण ने प्रशासन को कड़े कदम उठाने पर मजबूर कर दिया.
ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी
छात्रों की पढ़ाई में रुकावट न हो, इसके लिए स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं जारी रखने का निर्देश दिया गया है. जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो और वे सुरक्षित वातावरण में अपनी पढ़ाई जारी रखें.
प्रदूषण का बच्चों और बुजुर्गों पर गंभीर असर
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ता है.
- बच्चों के फेफड़े पूरी तरह से विकसित नहीं होते, जिससे जहरीली हवा का प्रभाव उन पर गंभीर होता है.
- बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों में सांस से जुड़ी समस्याएं और बढ़ सकती हैं.
डॉक्टरों ने लोगों को अनावश्यक रूप से बाहर न जाने और मास्क का उपयोग करने की सलाह दी है.