Rajasthan School Holiday : जयपुर जिले में पड़ रही कड़ाके की सर्दी और कोहरे के चलते जिला कलक्टर ने 3-6 आयु वर्ग के बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में 11 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है. यह फैसला शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लागू होगा. इससे चौमूं और गोविंदगढ़ महिला बाल विकास परियोजना के अंतर्गत नामांकित 5,000 से अधिक बच्चों को ठंड से राहत मिलेगी.
दिसंबर की सर्दी ने बढ़ाई बच्चों की परेशानियां
पिछले महीने से जारी कड़ाके की ठंड के कारण सरकारी स्कूलों में पहले ही 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया था. हालांकि आंगनबाड़ी केंद्र खुले थे और बच्चों को वहां जाना पड़ रहा था. सर्दी के प्रकोप के कारण अभिभावक बच्चों को केंद्र भेजने को लेकर नाराज थे.
मीडिया की खबरों पर प्रशासन ने की कार्रवाई
राजस्थान पत्रिका ने 31 दिसंबर के अपने अंक में आंगनबाड़ी केंद्रों में ठंड से परेशान बच्चों की स्थिति पर खबर प्रकाशित की थी. इस पर प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की और जयपुर जिला कलक्टर ने 11 जनवरी तक छुट्टी देने का आदेश जारी किया. यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया.
पोषाहार की वजह से पहले नहीं दी गई थी छुट्टी
अधिकारियों के अनुसार, बच्चों को दिए जाने वाले पोषाहार के कारण पहले छुट्टी की घोषणा नहीं की गई थी. लेकिन बढ़ती सर्दी और कोहरे को देखते हुए अब अवकाश घोषित कर दिया गया है. बच्चों को गर्म पूरक पोषाहार टेक-होम राशन के रूप में दिया जाएगा.
चौमूं और गोविंदगढ़ में 399 आंगनबाड़ी केंद्र
चौमूं और गोविंदगढ़ क्षेत्रों में कुल 399 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें लगभग 5,000 बच्चे नामांकित हैं. इनमें से 60 केंद्र किराए के भवनों में चल रहे हैं. ऐसे केंद्रों में बच्चों के बैठने और ठंड से बचाव के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं.
टेक-होम राशन के रूप में मिलेगा पोषाहार
अवकाश के दौरान 3-6 साल के बच्चों को पोषण से वंचित न रहने देने के लिए पूरक पोषाहार टेक-होम राशन के रूप में दिया जाएगा. इस दौरान टीकाकरण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएं नियमित रूप से जारी रहेंगी. मानदेयकर्मी अपने निर्धारित समय पर केंद्रों में उपस्थित रहेंगे.
चौमूं में ठंड का हाल
चौमूं इलाके में इस सप्ताह न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहा. सर्द हवाओं और कोहरे के कारण गलन भरी ठंड महसूस की जा रही है. हालांकि दिन में धूप निकलने से कुछ राहत मिली है.
किराए के भवनों में सुविधाओं की कमी
चौमूं और गोविंदगढ़ के कई आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवनों में संचालित होते हैं, जहां बच्चों के बैठने के लिए फर्नीचर तक उपलब्ध नहीं है. ऐसे केंद्रों में बच्चे जमीन पर बैठकर पढ़ाई करते हैं. सर्दी से बचाव के लिए कोई विशेष इंतजाम नहीं हैं, जिससे बच्चों को ठंड में काफी परेशानी होती है.
अभिभावकों को राहत
अवकाश घोषित होने से न केवल बच्चों को ठंड से राहत मिलेगी, बल्कि अभिभावकों की चिंता भी कम होगी. अभिभावक लंबे समय से बच्चों को सर्दी में केंद्र भेजने के मुद्दे पर प्रशासन से कार्रवाई की उम्मीद कर रहे थे.
प्रशासन का बयान
जिला कलक्टर के आदेशानुसार अवकाश के फैसले को बच्चों और अभिभावकों के हित में लिया गया है. गोविंदगढ़-चौमूं परियोजना अधिकारी मनोरमा शर्मा ने बताया कि अवकाश के दौरान भी केंद्रों में मानदेयकर्मी मौजूद रहेंगे और आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी.