ration card action: भारत सरकार ने हमेशा देश के जरूरतमंद नागरिकों के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलाई हैं. इनमें से ज्यादातर योजनाओं का उद्देश्य गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे लोगों की सहायता करना है. ऐसे लोग जिन्हें अपने और अपने परिवार के लिए खाने का भी इंतजाम करना मुश्किल होता है, उनके लिए सरकार ने नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट (NFSA) के तहत सस्ते राशन की व्यवस्था की है. इस योजना के तहत गरीबों को सस्ती दरों पर राशन मुहैया कराया जाता है ताकि वे अपनी बुनियादी जरूरतें पूरी कर सकें.
राशन कार्ड धारकों के लिए नया नियम
राशन कार्ड के जरिए गरीब और जरूरतमंद लोगों को सस्ती दरों पर अनाज और अन्य आवश्यक वस्तुएं दी जाती हैं. लेकिन अब सरकार ने ऐसे राशन कार्ड धारकों के लिए एक बड़ा फैसला लिया है जो लगातार तीन महीनों से राशन नहीं ले रहे हैं. सरकार ने ऐसे कार्ड धारकों का राशन कार्ड ब्लॉक करने का निर्णय लिया है. इसका मतलब है कि यदि कोई व्यक्ति तीन महीने से अधिक समय तक अपने राशन कार्ड का उपयोग नहीं करता है, तो उनका कार्ड स्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा.
क्यों लिया गया यह फैसला?
सरकार का उद्देश्य है कि वे सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उन लोगों तक पहुंचाएं जो वास्तव में इसके हकदार हैं. ऐसे में जो लोग सरकारी राशन की सुविधा का लाभ नहीं उठा रहे हैं, उनके कार्ड ब्लॉक करके उन लोगों को यह सुविधा देने का निर्णय लिया गया है जिन्हें इसकी जरूरत है. यह फैसला यह सुनिश्चित करेगा कि जिन लोगों को राशन की सबसे अधिक आवश्यकता है, वे इसका लाभ उठा सकें और इसे कोई भी बर्बाद न करे.
हिमाचल प्रदेश में लागू हुई कार्रवाई
हिमाचल प्रदेश में यह कार्रवाई पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की गई है. जिन लोगों ने तीन महीनों से राशन नहीं लिया है, उनका राशन कार्ड ब्लॉक किया जा रहा है. अधिकारियों का कहना है कि यदि कोई व्यक्ति लगातार तीन महीने से राशन नहीं ले रहा है, तो इसका अर्थ यह हो सकता है कि उसे राशन की आवश्यकता नहीं है. इसलिए, ऐसे लोगों का राशन कार्ड ब्लॉक करके उसे दूसरे जरूरतमंद लोगों को दिया जा रहा है.
ई-केवाईसी न करवाने पर भी राशन कार्ड होंगे बंद
राशन कार्ड धारकों के लिए एक और महत्वपूर्ण नियम ई-केवाईसी से जुड़ा हुआ है. सरकार ने ई-केवाईसी को अनिवार्य कर दिया है, और इसके लिए सभी राशन कार्ड धारकों को सूचना दी गई है. पहले इसकी अंतिम तारीख 1 सितंबर थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 1 नवंबर और फिर 1 दिसंबर कर दिया गया. जो राशन कार्ड धारक 1 दिसंबर 2024 तक अपनी ई-केवाईसी पूरी नहीं करेंगे, उनके राशन कार्ड भी ब्लॉक कर दिए जाएंगे.
ई-केवाईसी क्यों है जरूरी?
ई-केवाईसी का मुख्य उद्देश्य फर्जी राशन कार्ड को पहचानना और उन्हें समाप्त करना है. कई लोग गलत दस्तावेजों का इस्तेमाल कर के सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हैं, जिससे वास्तविक जरूरतमंदों को यह सुविधा नहीं मिल पाती. ई-केवाईसी से सरकार को यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि योजना का लाभ केवल योग्य लाभार्थियों तक ही पहुंचे.
राशन कार्ड ब्लॉक होने से बचने के उपाय
यदि आप राशन कार्ड धारक हैं और इसे ब्लॉक होने से बचाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित सुझावों का पालन करें:
- नियमित रूप से राशन लें – कोशिश करें कि हर महीने अपने राशन कार्ड पर उपलब्ध राशन का उपयोग करें ताकि आपका कार्ड ब्लॉक न हो.
- ई-केवाईसी समय पर पूरा करें – निर्धारित समय के भीतर अपनी ई-केवाईसी करवाएं. इसके लिए आप नजदीकी राशन वितरण केंद्र या ऑनलाइन पोर्टल पर जाकर प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं.
- अपनी जानकारी अपडेट रखें – अगर आपके राशन कार्ड में किसी भी प्रकार की जानकारी जैसे कि पता, मोबाइल नंबर या अन्य विवरण में बदलाव हुआ है, तो उसे अपडेट करवाएं.
ई-केवाईसी कैसे करवाएं?
ई-केवाईसी करने के लिए आपको अपने नजदीकी राशन वितरण केंद्र पर जाना होगा. इसके लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेज साथ ले जाएं. वहां उपलब्ध कर्मचारी आपकी जानकारी को आधार से जोड़ेंगे और आपका ई-केवाईसी पूरा करेंगे. इसके अलावा कुछ राज्यों में ई-केवाईसी प्रक्रिया ऑनलाइन भी उपलब्ध है, जहां आप सरकारी पोर्टल पर जाकर अपनी जानकारी अपडेट कर सकते हैं.
फर्जी राशन कार्ड पर होगी कार्रवाई
सरकार का यह भी मानना है कि बहुत से लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर राशन कार्ड बनवा लेते हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हैं. अब सरकार ऐसे सभी फर्जी राशन कार्ड धारकों पर कार्रवाई करेगी. जो लोग गलत तरीके से राशन कार्ड बनवाकर सरकारी योजना का लाभ ले रहे हैं, उनके कार्ड रद्द किए जाएंगे. इसके अलावा उन पर जुर्माना लगाया जा सकता है और दिए गए लाभ की राशि वापस लेने का आदेश भी दिया जा सकता है.