Toll Tax Increased: अगर आप भी हाईवे या एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है. सरकार ने टोल टैक्स में अचानक से तीन गुना बढ़ोतरी कर दी है, जिससे यात्रियों की जेब पर भारी असर पड़ने वाला है. मंगलवार को यह खबर सामने आई कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर टोल दरों में ज़बरदस्त बढ़ोतरी कर दी गई है. आइए जानते हैं, अब इस बदलाव के बाद आपको कितना खर्च करना होगा और यह आपके सफर को कैसे प्रभावित करेगा.
तीन गुना बढ़ा टोल टैक्स
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर टोल टैक्स दरों में जबरदस्त बढ़ोतरी की गई है. NHAI (राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इस बदलाव के तहत टोल टैक्स की दरें तीन गुना तक बढ़ाई गई हैं. पहले जहां यात्रा करने के लिए 50 रुपये का टोल टैक्स लिया जाता था, अब इसे बढ़ाकर 150 रुपये कर दिया गया है. यह बदलाव 12 नवंबर की रात से लागू हो गया, जिससे मीठापुर से सेक्टर 65 तक के यात्रियों पर खासा असर पड़ेगा.
मीठापुर से सेक्टर 65 तक का सफर होगा महंगा
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के मीठापुर से सेक्टर 65 तक 24 किलोमीटर लंबे हिस्से पर यात्रा करने वालों के लिए नई दरें लागू होंगी. इस रूट पर टोल टैक्स में बढ़ोतरी का असर सबसे पहले महसूस किया जाएगा. पलवल के किरंज टोल की दरों में भी यह बढ़ोतरी की गई है, जिससे इस मार्ग का उपयोग करने वाले यात्रियों को एक्स्ट्रा खर्च का सामना करना पड़ेगा. इससे पहले इस एक्सप्रेसवे का एक बड़ा हिस्सा फरीदाबाद के सेक्टर 65 से जुड़ा हुआ था, जो राहगीरों के लिए खुला था, लेकिन अब इसे मीठापुर से शुरू कर दिया गया है.
2025 तक पूरे रूट पर शुरू हो सकता है सफर
दिल्ली से मुंबई तक का यह एक्सप्रेसवे देश का सबसे बड़ा और सबसे लंबा एक्सप्रेसवे माना जा रहा है, जिसे 2025 के मार्च तक पूरा करने की योजना है. यह प्रोजेक्ट भारत के इन्फ्रास्ट्रक्चर को एक नई ऊंचाई देने वाला है और इसके शुरू होने से दिल्ली से मुंबई तक का सफर बेहद आसान और समय-बचत करने वाला हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से दूरी तो वही रहेगी, लेकिन यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा, जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी.
बढ़े हुए टोल टैक्स का उदाहरण और मासिक पास की सुविधा
उदाहरण के लिए अब तक जहां आपको इस एक्सप्रेसवे पर 50 रुपये टोल देना होता था, वहीं नई दरें लागू होने के बाद यह राशि 150 रुपये हो जाएगी. इसके अलावा NHAI ने मासिक पास (monthly pass) की सुविधा भी दी है, जिसमें पहले जहां 1650 रुपये में मासिक पास बनता था, अब इसके लिए 5030 रुपये खर्च करने होंगे. इस मासिक पास में भी तीन गुना बढ़ोतरी की गई है, जो नियमित रूप से इस मार्ग से यात्रा करने वाले कार चालकों के लिए एक बड़ा चिंता बन सकता है.
यात्रियों पर बढ़ा वित्तीय बोझ
टोल टैक्स में तीन गुना बढ़ोतरी से यात्री और वाहन चालक प्रभावित होंगे. निजी गाड़ियों से लेकर व्यापारिक वाहनों तक सभी को इस बढ़े हुए खर्च का सामना करना होगा. खासकर उन लोगों के लिए यह बढ़ोतरी परेशानी का कारण बन सकती है, जो रोजाना इस रूट का इस्तेमाल करते हैं. बढ़े हुए टोल टैक्स का सीधा असर उनकी मासिक खर्चों पर पड़ेगा, जो यात्रा की लागत को कहीं अधिक बढ़ा सकता है.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का भविष्य
हालांकि टोल रेट्स में बढ़ोतरी से यात्रियों को एक्स्ट्रा बोझ महसूस हो सकता है, लेकिन सरकार का दावा है कि इस एक्सप्रेसवे से यात्रा में न केवल समय की बचत होगी, बल्कि ईंधन की भी बचत होगी. इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य यातायात को आसान बनाना और दिल्ली और मुंबई के बीच एक तेज और सुरक्षित कनेक्शन प्रदान करना है.
अंतर्राज्यीय संपर्क में सुधार
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का मुख्य उद्देश्य दिल्ली और मुंबई के बीच ट्रैफिक को कम करना और इंटरस्टेट कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है. यह न केवल दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा को आसान बनाएगा बल्कि इसके आस-पास के राज्यों को भी बेहतर कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा. राजस्थान, गुजरात और हरियाणा जैसे राज्यों के लिए यह एक्सप्रेसवे एक महत्वपूर्ण मार्ग साबित होगा.
समय के साथ बढ़ सकते हैं और ऑप्शन
हालांकि यह टोल टैक्स की बढ़ोतरी तत्कालिक है, लेकिन भविष्य में सरकार द्वारा मासिक पास की नई स्कीम और छूट पर विचार किया जा सकता है, ताकि नियमित यात्रियों को राहत मिले. सरकार के इस निर्णय से न केवल विकास की दिशा में एक कदम बढ़ा है, बल्कि यह भी सुनिश्चित किया गया है कि लोगों को एक सुरक्षित और सुखद यात्रा अनुभव प्राप्त हो.