Today Gold Price: त्योहारों का सीजन खत्म होते ही अब शादी का सीजन शुरू हो चुका है, और इसका असर सोने-चांदी की कीमतों पर साफ दिख रहा है. घरेलू बाजार में सोने और चांदी के दामों में तेजी देखी जा रही है, जबकि वैश्विक बाजार में गिरावट का रुख है. इस समय ज्वेलरी की खरीदारी बढ़ने से स्थानीय बाजार में कीमतें ऊपर जा रही हैं.
रांची के सर्राफा बाजार में सोने के ताजे रेट
झारखंड की राजधानी रांची में सर्राफा बाजार में आज 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के दामों में उछाल देखा गया. 22 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 74,550 रुपये पर बिक रहा है, जबकि 24 कैरेट सोने का भाव 78,280 रुपये प्रति 10 ग्राम है. वहीं चांदी की कीमत प्रति किलो 1,03,000 रुपये हो गई है. शादी के सीजन में बढ़ती डिमांड और निवेश के कारण सोने-चांदी की कीमतों में यह बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
चांदी की कीमतों में भी आया बदलाव
सोने के साथ-साथ चांदी के दामों में भी बदलाव देखने को मिल रहा है. इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन के सदस्य मनीष शर्मा ने बताया कि चांदी की कीमतों में 800 रुपये का इजाफा हुआ है. कल तक चांदी प्रति किलो 1,02,000 रुपये पर थी, लेकिन आज यह बढ़कर 1,03,000 रुपये प्रति किलो हो गई है. चांदी के दामों में इस तेजी के पीछे शादी के सीजन में चांदी के गहनों की बढ़ती डिमांड मुख्य कारण है.
सोने के दाम में उछाल
मनीष शर्मा ने बताया कि 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के दाम में तेजी देखी जा रही है. कल शाम तक 22 कैरेट सोना 73,700 रुपये प्रति 10 ग्राम बिक रहा था, जबकि आज इसका भाव 74,550 रुपये हो गया है, यानी इसमें 850 रुपये की बढ़ोतरी हुई है. इसी प्रकार 24 कैरेट सोने का भाव 77,390 रुपये से बढ़कर 78,280 रुपये हो गया है, जिसमें 890 रुपये का उछाल देखा गया है.
खरीदारी करते समय ध्यान देने योग्य बातें
सोने के गहनों की खरीदारी के समय उनकी क्वालिटी को लेकर सतर्क रहना जरूरी है. हमेशा हॉलमार्क देखकर ही सोने के गहने खरीदें, क्योंकि यह सोने की शुद्धता की सरकारी गारंटी होती है. भारत में ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड्स (बीआईएस) हॉलमार्क का निर्धारण करता है, और यह गहनों की शुद्धता को प्रमाणित करता है. हॉलमार्क में कैरेट के अनुसार अलग-अलग अंक होते हैं, जिन्हें देखकर ग्राहक आसानी से शुद्धता का पता लगा सकते हैं.
हॉलमार्क की पहचान कैसे करें?
भारत में 14 कैरेट, 18 कैरेट और 22 कैरेट सोने पर अलग-अलग हॉलमार्क अंक होते हैं. बीआईएस हॉलमार्क वाले गहनों पर BIS का लोगो, कैरेट का अंक और ज्वेलर का आईडी नंबर होता है. यह चिह्न गहनों की शुद्धता की पुष्टि करता है और यह सुनिश्चित करता है कि आप शुद्ध सोना खरीद रहे हैं. सोने की गारंटी के लिए हॉलमार्क एक अहम मानक है, इसलिए हमेशा इसकी जांच जरूर करें.
घरेलू बाजार में सोने-चांदी की कीमतें क्यों बढ़ रहीं हैं?
सोने और चांदी के दामों में बढ़ोतरी के कई कारण हैं. सबसे बड़ा कारण है शादी के सीजन में ज्वेलरी की डिमांड का बढ़ना. इस समय लोग सोने-चांदी के गहनों की खरीदारी करते हैं, जिससे इनकी कीमतें ऊपर जाती हैं. इसके अलावा, वैश्विक बाजार में सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट देखी जा रही है, लेकिन भारतीय बाजार में डिमांड बढ़ने से कीमतों में इजाफा हुआ है.
सोने-चांदी में निवेश का सही समय
बढ़ती कीमतों के बावजूद सोने में निवेश करना एक सुरक्षित ऑप्शन माना जाता है. विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा समय में सोने और चांदी की खरीदारी से आने वाले समय में लाभ हो सकता है, खासकर जब शादी का सीजन चल रहा है और फेस्टिव सीजन की बचत योजनाएं भी बाजार में उपलब्ध हैं. यह निवेशक और ग्राहकों दोनों के लिए एक बेहतर समय है.
सोने की कीमतें कैसे प्रभावित होती हैं?
सोने की कीमतें घरेलू और वैश्विक बाजारों में कई कारणों से प्रभावित होती हैं. घरेलू डिमांड, आर्थिक अस्थिरता, वैश्विक आर्थिक स्थितियां, डॉलर का मूल्य और केंद्रीय बैंक की नीतियां सोने के भाव को प्रभावित करती हैं. जब बाजार में आर्थिक अस्थिरता होती है, तब सोने की डिमांड बढ़ती है, क्योंकि लोग इसे सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं.
घरेलू और वैश्विक बाजार में कीमतों का अंतर
आम तौर पर देखा गया है कि वैश्विक बाजार में गिरावट होने पर घरेलू बाजार में सोने की कीमतें स्थिर या बढ़ सकती हैं. इसका कारण यह है कि भारतीय बाजार में सोने की डिमांड हमेशा अधिक रहती है. भारत में सोने का सांस्कृतिक और निवेश के दृष्टिकोण से विशेष महत्व है, इसलिए यहां कीमतें वैश्विक बाजार के मुकाबले अलग होती हैं.
सोने-चांदी की खरीदारी का सही समय ?
यदि आप सोने या चांदी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो बाजार के उतार-चढ़ाव पर ध्यान देना चाहिए. विशेषज्ञों के अनुसार शादी के सीजन में डिमांड बढ़ने से कीमतें भी बढ़ती हैं. ऐसे में खरीदारी करने से पहले भाव की स्थिति का अध्ययन करना फायदेमंद हो सकता है. एक और अच्छा ऑप्शन यह है कि ऑनलाइन रेट की तुलना कर स्थानीय बाजार में दरों का जायजा लें, ताकि आप बेहतर सौदा कर सकें.